वीजयी विश्व तिरंगा प्यारा,
झंडा उंचा रहे हमारा.
सदा शक्ति सरसाने वाला,
प्रेम सुधा बरसाने वाला,
वीरो को हरषाने वाला,
मात्रभूमि का तन मन सारा.
वीजयी विश्व तिरंगा प्यारा,
झंडा उंचा रहे हमारा.
इस झंडे के नीचे निर्भय,
रहे स्वाधीन हम अविचल निश्चय,
बोलो भारत-माता की जय!
स्वंतंत्रता हो ध्येय हमारा.
वीजयी विश्व तिरंगा प्यारा
झंडा उंचा रहे हमारा.
आओ प्यारे वीरो आओ,
राष्ट्र ध्वजा पर बलि-बलि जाओ,
एक साथ सब मिलकर गाओ,
प्यारा भारत देश हमारा
वीजयी विश्व तिरंगा प्यारा
झंडा उंचा रहे हमारा.
शान न इसकी जाने पाये,
चाहे जान भले ही जाए,
मानव मातृ मुक्त हो जाए,
तब होवे प्राण पूर्ण हमारा.
वीजयी विश्व तिरंगा प्यारा,
झंडा उंचा रहे हमारा.
(नोट: यह गीत श्री. श्यामलाल गुप्त "पार्षद" द्वारा १९२५ में रचा गया जब कानपूर में भारतीय कांग्रेस अधिवेशन की बैठक हुई थी.)
We used to sing this song in chorus while at school. And today, like every year, the colony people are playing the entire collection of all the most popular patriotoc songs!
All these songs are so evocative!
Chhodo kal ki baatein, Nanhaa-munhaa raahi hoon, Aye vatan, aye vatan, Aye mere vatan ke logo, Mere desh ki dharti, jahaan daal daal par sone ki chidiya kare basera, saare jahaan se achha, vande mataram, yeh desh hain veer-jawaano ka, aao bachcho tumhe dikhaye jhanki hindustaan ki, insaaf ki dagar pe bachcho dikhaao chal ke...I love all of them!
But the best of all is the Rashtra gaan of course :)
Anyway, I'm running short of time. Need to go down to watch the flag-hoisting and the programs that would follow. More on India and Independence on the next post.
Naya khoon hain, nayi umange, ab hain nayi jawaani
Hum Hindustaani, Hum hindustaani,
Hum Hindustaani, Hum hinduataani. :)
Jai Hind!
PS: This incidentally happens to be my golden jubilee post. And what better day or topic to bring it up!
झंडा उंचा रहे हमारा.
सदा शक्ति सरसाने वाला,
प्रेम सुधा बरसाने वाला,
वीरो को हरषाने वाला,
मात्रभूमि का तन मन सारा.
वीजयी विश्व तिरंगा प्यारा,
झंडा उंचा रहे हमारा.
इस झंडे के नीचे निर्भय,
रहे स्वाधीन हम अविचल निश्चय,
बोलो भारत-माता की जय!
स्वंतंत्रता हो ध्येय हमारा.
वीजयी विश्व तिरंगा प्यारा
झंडा उंचा रहे हमारा.
आओ प्यारे वीरो आओ,
राष्ट्र ध्वजा पर बलि-बलि जाओ,
एक साथ सब मिलकर गाओ,
प्यारा भारत देश हमारा
वीजयी विश्व तिरंगा प्यारा
झंडा उंचा रहे हमारा.
शान न इसकी जाने पाये,
चाहे जान भले ही जाए,
मानव मातृ मुक्त हो जाए,
तब होवे प्राण पूर्ण हमारा.
वीजयी विश्व तिरंगा प्यारा,
झंडा उंचा रहे हमारा.
(नोट: यह गीत श्री. श्यामलाल गुप्त "पार्षद" द्वारा १९२५ में रचा गया जब कानपूर में भारतीय कांग्रेस अधिवेशन की बैठक हुई थी.)
We used to sing this song in chorus while at school. And today, like every year, the colony people are playing the entire collection of all the most popular patriotoc songs!
All these songs are so evocative!
Chhodo kal ki baatein, Nanhaa-munhaa raahi hoon, Aye vatan, aye vatan, Aye mere vatan ke logo, Mere desh ki dharti, jahaan daal daal par sone ki chidiya kare basera, saare jahaan se achha, vande mataram, yeh desh hain veer-jawaano ka, aao bachcho tumhe dikhaye jhanki hindustaan ki, insaaf ki dagar pe bachcho dikhaao chal ke...I love all of them!
But the best of all is the Rashtra gaan of course :)
Anyway, I'm running short of time. Need to go down to watch the flag-hoisting and the programs that would follow. More on India and Independence on the next post.
Naya khoon hain, nayi umange, ab hain nayi jawaani
Hum Hindustaani, Hum hindustaani,
Hum Hindustaani, Hum hinduataani. :)
Jai Hind!
PS: This incidentally happens to be my golden jubilee post. And what better day or topic to bring it up!
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